Dr. Dheeraj Bhatnagar

(डॉ) धीरज भटनागर द्वारा किया यह काव्य- अनुवाद, तुलसीदास कृत 16वीं शताब्दी में अवधी भाषा में रचित 'रामचरितमानस' का किसी भी भाषा में सर्वप्रथम काव्यानुवाद है। सरल हिंदी काव्य रूप में इस महाकाव्य को घर-घर तक ले जाने की इच्छा ने उन्हें इसकी प्रेरणा दी। इसी उद्देश्य से इस महाकाव्य के सुंदरकांड को संगीत -बद्ध भी किया गया है। अजमेर (राजस्थान) में जन्मे श्री भटनागर का हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं पर समान अधिकार है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविताओं, लघुकथाओं, व्यंग्य के अतिरिक्त तकनीकी विषयों पर उनके