: मेरा यह द्वितीय काव्य संग्रह ‘एहसासों के झरोंखों से’ सामाजिक जीवन के बहुत सारे खट्टे मीठे अनुभवों को व्यक्त करती है | मेरा यह प्रकाशनअत्याधुनिक मानवीय विचारों एवं भावनाओं को अभिव्यक्ति देती है तथा उसकी अनुभूतियों को साहित्यिक प्रेमी पाठको तक बहुत ही संवेदनशील तरीके से पहुंचाने का प्रयास करती है | निश्चित ही हमारा पदार्पण एक नए दौर में हुआ है जहाँ हमें शैक्षिक बौद्धिक तांत्रिक एवं सामजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है | लोगों के जीवन मूल्यों एवं दृस्टिकोणों अप्रत्याशित परिवर्तन हुआ है | मैंने इस प्रकाशन के द्वारा बदलते हुए सामाजिक मूल्यों और सन्दर्भों को बहुत ही समीप से देखने की कोशिश की और उन्हें अपनी कल्पनारूपी तूलिका से ''एहसासों के झरोखों से'' के पन्नों पर उतारने का एक सार्थक प्रयास किया है | मैंने इस काव्य संग्रह में अनुभूतियों और सामाजिक विचारों में हुए परिवर्तनों को अभिव्यक्त करने का पूर्ण प्रयास किया है मैं इस आशा और विश्वास के साथ आप की प्रतिक्रियाओं का स्वागत और अभिन्नदन करूँगा की आपने मेरे इस प्रयास को अपने विवेचन से आशान्वित और पल्लवित किया है | इस उम्मीद के साथ मैं यह संकलन आप सभी प्रबुद्ध पाठकों को समर्पित करता हूँ | डॉ. सन्तोष कुमार ज. मिश्रा
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.