इस पुस्तक में दुनिया के महान लोगों के उद्गार उद्घोषणाएं कविता के माध्यम से दी गई हैं। इनमें मन की पीड़ा है पराधीनता के दंश की बू है और साथ ही क्रांति के विचारों की सुगंध भी है। महान चिंतकों स्वतंत्रता सेनानियों संतों और क्रांतिकारियों के आह्वान शब्द कविता के माध्यम से कहे गए हैं जो हर किसी के लिए प्रेरक और अनुकरणीय हैं।. About the Author अमृता प्रीतम पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। अमृता प्रीतम का जन्म 1919 में गुजरांवाला पंजाब (भारत) में हुआ। उनका बचपन लाहौर में बीता और शिक्षा भी वहीं हुई। किशोरावस्था से उन्होंने लिखना शुरू किया। उन्होंने सौ से अधिक कविताओं की किताब लिखी साथ ही फिक्शन बायोग्राफी आलेख और आत्मकथा लिखकर साहित्य में नया मुकाम हासिल किया।.