This combo product is bundled in India but the publishing origin of this title may vary.Publication date of this bundle is the creation date of this bundle; the actual publication date of child items may vary.अप्रमाद साधना का सूत्र है। अप्रमाद साधना है। अहिंसा-वहह परिणाम है. हिंसा स्थिति है। अपरिग्रह-वहह परिणाम है परिग्रह स्थिति है। अचौर्य-वहह परिणाम है चौर्य चोरी स्थिति है। अकाम--वह परिणाम है काम वासना कामना स्थिति है। इस स्थिति को परिणाम तक बदलने के बीच जो सूत्र है वह है--अप्रमाद अवेयरनेस रिमेंबरिंग स्मरण। प्रत्येक क्रिया स्मरणपूर्वक हो और प्रत्येक क्रिया होशपूर्वक हो। और एक भी क्रिया ऐसी न हो जो कि बी में हो रही हो। तो बस आपकी धर्मयात्रा शुरू हो जाती है।ओशो पुस्तक के कुछ मुख्य विषय-बिंदु:अहिंसा अपरिग्रह अचौर्य अकाम अप्रमाद ब्रह्मचर्य सावधिक संन्यासः नये संन्यास की धारण तंत्रः काम-ऊर्जा के रूपांतरण का विज्ञान.ओशो में मनुष्य की जो चरम संभावना है वह साकार हो गयी है। मनुष्य में जो बड़े से बड़ा चैतन्य का विस्फोट रूपांतरण या क्रांति | संभव है वह उनमें घटित हुई है। इसलिए दुख और संताप अंधकार और मृत्यु की घाटी में पड़ी मनुष्य-जाति को उनसे बहुत-बहुत आशा बंधती है। सौभाग्य से वे। ऐसी संकट-भरी और निर्णायक घड़ी में । हमारे बीच हैं जब मनुष्यता के सामने दो ही विकल्प हैं: आत्मघात या नयी चेतना में । छलांग। और बड़े आनंद एवं उत्सव की ये अलौकिक घड़ियां हैं कि उनका सान्निध्य पाकर लाखों स्वतंत्र चेतनायें उस छलांग की तैयारी में लगी हैं। और उन्हें पाकर | आश्वस्त हैं कि हमारा विनाश नहीं हमारा नया जन्म सन्निकट है।
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.