*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
₹336
₹375
10% OFF
Paperback
All inclusive*
Qty:
1
About The Book
Description
Author
सरलसहज व निष्पाप बचपन।जैसी मासूम काया वैसा ही निर्मल अन्तर्मन।आज अपने विगत बचपन को इन अबोध बच्चों के वर्तमान में खोज रही हूँ।जीवन मे जो सहजता से नही पा सकीवह सब इन अबोध बाल ऋषियों ने मुझे बिना मांगे ही सतत् देने का प्रयास किया है।मैं शिक्षिका बनना चाहती थी।मेरा स्वप्न साकार हुआवक्त ने मेरी इच्छा पर्ण की।निष्पाप ईश्वरीय सत्ता का परिचय भी मुझे इन नन्हे व किशोर विद्यार्थियों ने समय समय पर कराकरमेरे अस्तित्व को सकारात्मक ऊर्जा से सरोबार रखा|अनमोल एहसास मेरे अनुभव को सबके समक्ष रखने का एक सरल प्रयास है ।