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About The Book
Description
Author
अन्नदाता हिन्दी साहित्य की लेख निबन्ध एवं कहानी आदि गद्य-विधाओं का अनूठा संग्रह है । इस ग्रंथ की प्रायः सभी रचनाओं को अर्थपूर्ण चित्रों से सजाने का प्रयास किया गया है तथा भारतीय साहित्य में यह अपने प्रकार का एक अनूठा प्रयोग है । इस ग्रंथ को प्रेरणा-स्रोत लेखमाला कहानी और योग आदि चार खण्डों में विभक्त किया गया है । वर्ष 2012 ई. में जब हमारे साहित्यिक मित्र नरेन्द्र ने आकृति नामक पाक्षिक-पत्र का प्रकाशन शुरू किया था तो उस पत्र के लिए मैंनें कई लेख कविताएँ निबन्ध तथा कहानियाँ लिखी थीं । वे गद्य रचनाएँ इस ग्रंथ के प्रथम तीन खण्डों में समाहित हैं । इनमें अधिकांश वे कहानियाँ भी शामिल हैं जो मैंने उन दो सालों में लिखीं थीं । तीन कहानियाँ ( कोरोना-वीर उसकी माँ एक शराबी का लाकडाऊन ) और दीपोत्सव आदि दो - तीन लेख इस वर्ष कोरोना-काल में भी लिखे गए हैं । योग खण्ड की दोनों रचनाएँ ( राजयोग के नियम तथा योगबल कैसे प्राप्त करें ? ) चार वर्ष पूर्व दो स्वतंत्र लघु पुस्तकों के रूप में प्रकाशित हों चुकी हैं । इन्हें मैंने अपने धौलपुर शहर की राजीव प्रेस से आध्यात्मिक जिज्ञासुओं के लिए छपवाया था । अब ये समस्त गद्य-रचनाएँ रुद्र पब्लिकेशन्स से बड़ी पुस्तक के रूप में प्रकाशित हो रही हैं जिसकी मुझे हार्दिक खुशी है। इस प्रकाशन-संस्थान से प्रकाशित होने वाली यह मेरी पाँचवीं पुस्तक है । आशा करता हूँ कि पाठकों को यह किताब पसंद आएगी ।