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About The Book
Description
Author
अपने भी हैं अजनबी एक दोहा संकलन है । इसमें करोना से उत्पन्न भयावहता छिन्नभिन्न सामाजिकता अपनो से अपनों की दूरी तथा बीमारी के मारक प्रभाव एवं अपर्याप्त व्यवस्था सम्बन्धी दोहे समाहित हैं । करोना का दुष्प्रभाव जीवन के हर पहलू पर पड़ा है । सारी गति प्रगति थम गई है । इन सब स्थितियों से सम्बन्धित दोहे इस पुस्तक में हैं । बाढ़ की त्रासदी सीमा पर पड़ोसियों की हलचल तथा अनेक वर्तमान विसंगतियों पर दोहे लिखे गए हैं । विविध दोहों के अन्तर्गत सारी सामाजिक विसंगतियों एवं विडम्बनाओं का लेखा जोखा दोहा के रूप में उपस्थित है । पुस्तक के अन्तिम भाग में कुछ दोहा से इतर कविताएं हैं किन्तु वह सभी भी करोना की त्रासदी उसके प्रभाव एवं मानवीय विवशता को ही रेखांकित करती हैं ।