*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
₹350
All inclusive*
Qty:
1
About The Book
Description
Author
कुछ लम्हात ऐसे हैं जिनको यादों में पिरोना आसान नहींतू ऐसा एक सवाल है जिसका मेरे पास भी जवाब नहीं।- श्रद्धा करुणा सागरसोचता हूँ कि बचपन ही अच्छा था न तो चिंता थी न ही कोई फिक्र था। - वीरेन्द्र तोमरसाहस को जगा के स्मृतियां पिरो के।।कुछ याद में साथ में उस प्यार के एहसास में की बीते लम्हों की धूप में या छांव में। रहेगा तू हमेशा हमारे प्यार में यादों की उस ऊंची लहरों की धार में।।- रजनीश रायतू नही है तो दिल अपने पास है ही कब बेहिस है तेरी खातिर उदास है ही कब। हमें रुलाएँ जो मोहताज़ हों यादों के तेरी तेरे बदले हमें तेरी यादें रास हैं ही कब। - रणबीर सिंहबीते लम्हों की यादों में बहुत कुछ छुपा रखा है । दौर -ए - वक्त ने भी हमें बहुत कुछ सिखा रखा है । - ✍️ज़माल रज़ा मंसूरी