*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
₹132
₹150
12% OFF
Paperback
All inclusive*
Qty:
1
About The Book
Description
Author
About the book दिल्ली की गलियों से निकल कर सफलता के शिखर पर खड़ा अरमान कोहली अचानक सब छोड़ कर बस एकांत चाहता है । ज्यादा कुछ सोचे बिना वो ऐसी जगह को निकल पड़ता है जिसके बारे में उसने कभी बचपन में सोचा था । अपनी अब तक कि ज़िन्दगी के कई किस्से-कहानियाँ मन में समेटे जब वो अपनी मंज़िल पर पहुंचता है तो उसे वो सारे किस्से याद आते हैं । ऐसे ही कुछ किस्से इस किताब में कहानियों के रूप में हैं। क्या हैं ये किस्से और इनके बाद अरमान का क्या होता है यही इस रचना का सारांश है । मूलतः तो यह एक कहानी संग्रह है पर इस कहानी संग्रह की मुख्य कहानी हमारे प्रमुख किरदार के जीवन की घटनाओं यादों और किताबों से जुड़ी हुईं हैं । हर कहानी आपको कुछ सोचने पर मजबूर करेगी और हर किरदार कुछ जाना पहचाना सा लगेगा । क्या खास है और क्या राज़ है इन कहानियों में ये जानने के लिए पढ़िए अरमान के जीवन की ये बोलती रातें । About the Author नागपुर में जन्में नितिन परिहार बालाघाट के जंगलों से निकलकर भोपाल पहुँचे तो इंजीनियरिंग करने थे परंतु इसके बाद कितने पापड़ बेलने पड़ेंगे ये नहीं पता था । इंजीनियरिंग खत्म कर बेरोजगारी में भारत भ्रमण कर ही रहे थे कि अपने गीत और कहानियों को लेकर मुंबई जाने की सलाह मिली। सलाह पर अमल तो हुआ पर बात नहीं बनी। फिल्म इन्स्टिट्यूट पुणे का एग्जाॅम तो निकाल लिया पर जरूरी कागज घर पर छोड़ आए। कुछ संघर्ष के उपरांत क्रमानुदेश अभियंता की नौकरी और पहली किताब तैयार थी। जिनके तीन उपन्यास “जिंदगी शायराना- कुछ सपने कुछ सच” “शेर- एक दहाड़ती पुकार” “A Roaring Cry” और कविता “दो कश जिंदगी” विगत पाँच वर्षों में छप चुके हैं ।