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About The Book
Description
Author
NOVEL BASED ON SOCIAL ILLNESS FIGHTING AGAINST MENTALITY AGAINST GIRL CHILD THIS NOVEL IS BASED ON A GIRL FIGHTS ALL THESE SOCIAL INEQUALITY WOMEN EMPOWERMENT SELF-CONFIDENT SELF-RESPECT Every one should read this book.Good Book Strongly Suggest you do whatever it takes to read it now. Buy it. Borrow it अपने प्रथम उपन्यास ‘हिमखण्ड’ के प्रकाशन के उपरान्त आज आप लोगों के समक्ष मैं अपना दूसरा उपन्यास ‘छठा पूत’ लेकर हाजिर हूँ । ये उपन्यास दरअसल समाज में रहने वाले कुछ ऐसी मानसिकता वाले लोगों के संर्पक में आने के बाद लिखा गया जो बेटियों को समाज में घर में और अपने भाग्य में बोझ समझते हैं लेकिन हो सकता है इस उपन्यास को पढ़कर उनकी मानसिकता में परिवर्तन आये और वो बेटियों को अभिशाप समझने की अपनी संकीर्ण सोच को बदलने पर मजबूर हो जाये और अगर दस में से एक व्यक्ति की भी सोच ये कहानी बदल सके तो मैं समझूँगी कि मेरा लिखने का उद्देश्य पूरा हो गया ।––––––––––––––––––