इस उपन्यास में दुश्चरित्र माँ आवारा बहन और नाकारा सौतेले बाप की खातिर अपनी पूरी जवानी और जीवन गला देने वाली युवती की मर्मस्पर्शी कहानी है। इसमें मध्यवर्गीय जीवन को अत्यंत मार्मिकता के साथ प्रस्तुत किया गया है।. About the Author हिमांशु जोशी हिन्दी के ख्यातिलब्ध कहानीकार उपन्यासकार और पत्रकार थे। उन्होंने अपने पेशेवर जीवन की शुरुआत पत्रकारिता से की थी। वे लंबे समय तक हिंदी पत्रिका 'कादम्बिनी' और 'साप्ताहिक हिन्दुस्तान' के संपादन से जुड़े रहे।.