जब शब्द बोलता है शब्दों की शक्ति और उनके प्रभाव को अभिव्यक्त करने वाली एक अद्भुत कृति है। लेखक धनंजय प्रसाद ने इसमें भाषा की आत्मा विचारों की गहराई और अभिव्यक्ति की विविधताओं को सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया है। यह पुस्तक पाठकों को यह अहसास कराती है कि शब्द केवल अक्षरों का समूह नहीं बल्कि भावनाओं संवेदनाओं और जीवन के अनुभवों का प्रतिबिंब होते हैं। इसमें शब्दों के माध्यम से रिश्तों की गर्माहट समाज की सच्चाई और मनुष्य की आंतरिक दुनिया को उजागर किया गया है। यह पुस्तक साहित्य प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक और विचारोत्तेजक पठनीय सामग्री है।
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.