DilEAhasas

About The Book

मेरा पूरा नाम समरजीत मल्ल है मैं उत्तरप्रदेश के कुशीनगर जनपद का निवासी हूँ। मैं बर्तमान समय में राजकीय इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक पद पर चयनित हूँ। मैं आज अपनी जिंदगी में जो कुछ भी हूँ वो अपने माता- पिता के आशीर्वाद भाई -बहन दोस्त तथा गुरुजनों के सहयोग और प्यार के वजह से हूँ। मेरे आदर्श सदा से ही मेरे पिताजी (अनिल कुमार मल्ल) रहे हैं जिन्होंने मेरे हर कदम पर मेरा साथ दिया है मेरा हौसला बढ़ाया है। मुझे इस मुकाम तक पहुंचाया है। उनकी तारीफ में मेरे पास ऐसी कोई शब्द ही नहीं हैं जिससे मैं उनकी तारीफ कर सकूँ He is always my God for me यह मेरी पहली किताब है। जिसे लिखने की प्रेरणा मुझे मेरी प्रेयसी से मिली जिसने मेरे अन्दर की प्रतिभा को पहचाना और हर लम्हा मुझे लिखने को जागरूक करती रही समझाती रही मेरे हौसलों को बढ़ाती रहीऔर फिर मैं लिखना शुरू किया। मैं उसे देख कर उसे सोच करउसकी यादों में खो करदुनिया को देख कर कुछ बातों को महसूस करता रहा और उसे शब्दों में लिखता रहा और आज इन्हीं शब्दों से मैं एक शायर बन गया। मुझे शायर बनाने में उसकी भावनाओं और उसके प्रेम का बहुत ही योगदान रहा है। अतः मैं यह किताब उसे समर्पित करता हूँ। जिस तरह से पेट्रार्क ने लाउरा को दांते ने बेटरिस कोकिया था आप सभी देवरूपी पाठकों को मेरे तरफ से बहुत बहुत धन्यवाद शायर समर ♥️S M♥️
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