दिल्ली की गलियां उपन्यास की नायिका है एक पत्रकार। कामिनी की संघर्षगाथा को इसमें दर्शाया गया है। मोनिका और नासिर की कथा भी इसमें है। कुल मिलाकर कहना पड़ेगा कि पत्रकारिता संघर्षभरा कार्य ही नहीं वरन समर्पण और सत्य की राह भी है और यह बात इस उपन्यास को पढ़कर भली भांति समझ में आ जाती है| About the Author अमृता प्रीतम पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। अमृता प्रीतम का जन्म 1919 में गुजरांवाला पंजाब (भारत) में हुआ। उनका बचपन लाहौर में बीता और शिक्षा भी वहीं हुई। किशोरावस्था से उन्होंने लिखना शुरू किया। उन्होंने सौ से अधिक कविताओं की किताब लिखी साथ ही फिक्शन बायोग्राफी आलेख और आत्मकथा लिखकर साहित्य में नया मुकाम हासिल किया|