*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
₹255
₹275
7% OFF
Paperback
All inclusive*
Qty:
1
About The Book
Description
Author
This combo product is bundled in India but the publishing origin of this title may vary.Publication date of this bundle is the creation date of this bundle; the actual publication date of child items may vary.कबीर ने हिन्दी साहित्य को निश्चित परिप्रेक्ष्य और कलात्मक आधर दिया। उनकी रचनाएं यथार्थवादी घटनाओं को ध्यान में रखकर रची गई हैं। इसलिए पाठक उनकी रचनाओं के साथ जुड़ जाता है। यही वजह है कि कबीर की रचनाओं में आदर्श और यथार्थ का गंगा-जमुनी संगम है।इस पुस्तक में उनके उन दोहो का संकलन किया गया है जिन्होंने उन्हें एक महान् और सिद्ध संत के पद पर लाकर प्रतिष्ठित किया है। अपने स्नेह त्याग निस्पृहता और अपनी आध्यात्मिक शक्ति का सहारा लेकर कबीर ने हिन्दू-मुस्लिम सदभाव का जो बिगुल फूंका वह अदभुत है। हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे का एक ऐसा दीप प्रज्ज्वलित किया जिसका प्रकाश आज भी मानव जाति का पथ-प्रदर्शन कर रहा है।उनकी कालजयी रचनाओं का यह संकलन कबीर के दोहे के रूप में उन्हीं ज्ञान के भंडार व शिक्षाओं को सरल शब्दों में प्रस्तुत किया गया है जिससे कि सामान्यजन भी उन्हें पढ़-सुनकर अपने जीवन को संवार सकें।भक्तिकालीन हिन्दी साहित्य में रहीम का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है। किसी भी चीज को परखने की शक्ति उनमें गज़ब की थी। अपनी गहरी सूझबूझ से उन्होंने सहज और सटीक शब्दों में दिल को छू जाने वाली बातें जितनी सहजता से कही है उतनी सहजता अन्य किसी के काव्य में नहीं है। आम आदमी रहीम को भक्तिकालीन कवि के रूप में जानता है लेकिन वह एक कुशल योद्धा और सफल राजनीतिज्ञ भी थे। वह मुगल बादशाह अकबर के भरोसेमंद दरबारी थे। उन्होंने अकबर के लिए अनेक युद्ध लड़े और विजय हासिल की। रहीम दानवीर और रहम दिल इंसान थे। उनके व्यक्तित्व की गहरी छाप उनके दोहों पर पड़ी है। इस संकलन में रहीम के चुनिंदा दोहों को शामिल किया गया है जो व्यवहार नीति राजनीति और श्रृंगार जैसे जीवन के व्यावहारिक पहलुओं का सजीव आईना है। उनके दोहो में जिंदगी का निचोड़ है दर्शन है सीख है और लोगों की परख करने की सूझबूझ भी। जब तक मानव इस धरती पर जीवित रहेगा रहीम के दोहे मानवजाति का कल्याण करते रहेंगे।