आप जैसा जीवन पाना चाहते हैं वह आपकी पहुँच में है परंतु तभी जब आप केंद्रित होने की शक्ति को साध सकें। बाधा उद्वेग तनाव चिंता और भय - इन मानसिक व्याधियों ने हमारे आधुनिक समाज को जकड़ रखा है जिससे हमारी अप्रसन्नता बढ़ रही है। यदि इनका सही समय पर उपचार न हो तो ये शारीरिक रोगों के रूप में भी सामने आ जाते हैं। एक हिंदू पंडित और अंतर्राष्ट्रीय वक्ता के तौर पर दंडपाणि अपनी शिक्षित करने वाली इस नई पुस्तक के माध्यम से दर्शाते हैं कि केवल केंद्रित होने के कौशल को साध कर हम स्थायी रूप से इन सभी बाधाओं को स्वयं से दूर कर सकते हैं। एक दशक से भी अधिक समय से दंडपाणि अपना जीवन केंद्रीकरण के शक्तिशाली लाभों को प्रसारित करने में लगाते आ रहे हैं। एक एकांत हिंदू आश्रम में अपने दस वर्षीय प्रवास के दौरान उन्होंने एकाग्रता से जुड़े लाभों के बारे में अमूल्य शिक्षा प्राप्त की। एक हिंदू संन्यासी के रूप में प्राप्त विवेक को ही उन्होंने इस पुस्तक में पाठकों के साथ बाँटा है। यह पुस्तक चरण-दर-चरण मार्गदर्शक बन कर मन की बेहतर समझ देते हुए उसे निखारने में सहायता करती है। इसके साथ ही इसमें बताया गया है कि आप संकल्पशक्ति को मज़बूत करते हुए सजगता को कैसे संचालित कर सकते हैं। दंडपाणि दिखाते हैं कि सुबह की सैर बर्तन स़ाफ करना या फिर अपने साथी से बातचीत करने जैसे साधारण क्षणों के बीच भी किस तरह स्वंय को सजग रहने का प्रशिक्षण दे सकते हैं और केंद्रित रहने की योग्यता में वृद्धि कर सकते हैं। दंडपाणि स्पष्ट परिभाषाओं और अभ्यासों के साथ सिखाते हैं कि आप दैनिक दिनचर्या के किसी भी हिस्से पर ध्यान देते हुए दीर्घकालिक बदलाव कैसे ला सकते हैं। चाहे आप अभिभावक के रूप में बेहतर परिणाम चाहते हों कोई लीडर हों या फिर कोई श्रोता यह पुस्तक आपको सिखाती है कि केंद्रित रहने का कौशल किस तरह आपकी उत्पादकता संबंधों मानसिक स्वास्थ्य और प्रसन्नता को प्रभावित कर सकता है। अंततः यह हमें सजगता और ऊर्जा को जीवन लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए केंद्रित करने की योग्यता का उपहार देती है।
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.