‘एमेके’ वास्तव में जिप्सी युवती की गाथा ही है। गाथा कि जिसमें क्लासिक स्पर्श भी होता है और महान् होने का गुण भी। जोसेफ़ को स्वयं यह रचना इतनी प्रिय रही कि इसे अपनी संतान तक कह दिया। इसमें मास्टर की सम्पादक की एमेके के साथ अद्भुत वार्ताएं हैं जो अध्यात्म और यथार्थ की सटीक व्याख्याएं करती हैं।. About the Author 27 सितंबर 1924 को जन्मे चेक साहित्य के मील - स्तंभ जोसेफ़ पूरी दुनिया में एक लोकप्रिय साहित्यकार हैं। उन्होंने ‘कायर’ (Cowards) लिखकर तहलका मचा दिया था। कम्युनिस्ट सरकार ने उस पर प्रतिबंध लगा दिया। यह इतना लोकप्रिय हुआ कि जब प्रतिबंध हटा तो उपन्यास हाथों - हाथ बिक गया।.