शाहनामा या शाहनामे फ़ारसी भाषा का एक महाग्रंथ है जिसके रचायिता फ़िरदोसी हैं। इसमें ईरान पर अरबी फ़तह के पूर्व के शासकों का चरित लिखा गया है। ख़ोरासान के महमूद ग़ज़नी के दरबार में प्रस्तुत इस किताब को फ़िरदौसी ने 30 साल की मेहनत के बाद सन् 1010 में तैयार किया था। इसमें शाहनामा का हिन्दी रूपांतरण और फिरदौसी की जीवनगाथा को संक्षिप्त रूप से सरल भाषा में लिखा गया है| About the Author नासिरा शर्मा हिन्दी की प्रमुख लेखिका हैं। सृजनात्मक लेखन के साथ ही स्वतन्त्र पत्रकारिता में भी उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है। वह ईरानी समाज और राजनीति के अतिरिक्त साहित्य कला व सांस्कृतिक विषयों की विशेषज्ञ हैं। वर्ष 2016 का साहित्य अकादमी पुरस्कार उनके उपन्यास पारिजात के लिए दिया गया। उन्हें व्यास सम्मान से भी सम्मानित किया गया है|