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About The Book
Description
Author
घुसपेठिये जाने माने लेखक हरी जोशी की अब तक की साहितियक यात्रा में एक और कड़ी है | 2013 में इन्हें व्यंग्श्री सम्मान व साहित्य मनीषी और 2002 में मध्यप्रदेश लेखक संघ सम्मान से नवाज़ा गया था | इनकी अधिकांश रचनाए व्यंगात्मक होती है और कई बार अपने व्यंग के माध्यम से सरकार और उसके तौर-तरीको पर तीखा व्यंग करते है| ऐसे ही एक व्यंग लेख पर 1982 में तब के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उन्हें नौकरी से हटा दिया| इस पर देश के अनेक अखबारों और पत्रिकायो में विरोध हुआ और कुछ महीने बाद उनकी नौकरी पर वापिस रखना पड़ा | फिर 1997 में सरकारी तंत्र पर तीखा व्यंग करने के कारण उन्हें मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड ने कानूनी नोटिस दिया | व्यंग के ज़रिये समाज और सरकार पर अपनी पैनी नज़र डालते हुए अब तक उनकी बीस पुस्तके प्रकाशित हो चुकी हैं जिसमे से पांच उपन्यास हैं| घुसपेठिये उनका नवीनतम व्यंगात्मक उपन्यास हैं|