Grah Gochar : Grah Aur Phaladesh


LOOKING TO PLACE A BULK ORDER?CLICK HERE

Piracy-free
Piracy-free
Assured Quality
Assured Quality
Secure Transactions
Secure Transactions
Fast Delivery
Fast Delivery
Sustainably Printed
Sustainably Printed
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.

About The Book

आकाश की ओर यदि दृष्टि डालें तो सहज व स्वाभाविक उत्कंठा मानव मस्तिष्क में उत्पन्न होती है कि ये ग्रह नक्षत्रादि क्या वस्तु है ? ऋतु क्रम क्या है ? सूर्य प्रतिदिन पूर्व में ही क्यों उदय होता है ? पुच्छल तारे क्या हैं ? आदि। मानव ने अपनी इसी जिज्ञासा की पूर्ति हेतु अनेक उपाय आदिकाल से आज तक खोजे हैं। सामुद्रिक शास्त्र व ज्योतिष मानव की प्रथम सफलता थी। इसी शास्त्र से ग्रह गोचर की उत्पत्ति हुई। इस पुस्तक में इसी ग्रह-गोचर के आधार पर ग्रह और फलादेश का वर्णन किया गया है।
downArrow

Details