HAYAT (हयात)
shared
This Book is Out of Stock!


LOOKING TO PLACE A BULK ORDER?CLICK HERE

Piracy-free
Piracy-free
Assured Quality
Assured Quality
Secure Transactions
Secure Transactions
Fast Delivery
Fast Delivery
Sustainably Printed
Sustainably Printed
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
120
Out Of Stock
All inclusive*

About The Book

जख्म किसे नही होते यहाँ हर कोई जख्मों से घायल है अपने अंदर के शोर से परेशान है| जख्मोसे घायल रहोगें तो संभलो गे कैसे? अपने अंदर का शोर ना सुनोगे तो शांतिसे सोओगे कैसे? भूला दीजिये अब वो बातें जिनसे अब कोई वफ़ा नहीं कोई वास्ता नहीं| लंबी उम्र है लंबी उम्र की खूबसूरत दास्तां लिखनी है| पुराने किस्सों से उम्मीद को क्यों मारना? तुम इस तरह ना मुरझा जाना जब किस्मत ने लिखा है कब तुम्हें फूल की तरह है खिलना| बेहतर होगा जो बीत गया उसे भूल जाना कल की नहीं आज की सोचना आनेवाले कल को बाहे खोल के तुम आजमाना...!
downArrow

Details