इस पुस्तक में जिगर मुरादाबादी की चुनी हुई शायरी को संकलित किया गया है। यह एक शानदार ही नहीं जानदार पुस्तक भी है। विचारों की विस्मृति और कल्पना की उड़ान इन कविताओं में देखी जा सकती है। हुस्न व इश्क की बातें और श्रृंगार व प्रसाधन का चित्रण भी इन कविताओं में बहुत ही अच्छे ढंग से किया है| About the Author प्रसिद्ध हिन्दी साहित्यकार आचार्य रामनाथ सुमन का जन्म 20 जुलाई 1926 को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिला के धौलाना ग्राम में हुआ था। भारत संस्कृत परिषद के संस्थापक आप ही थे। आपने संस्कृत और हिन्दी में अनेक पुस्तकों की रचना की। आपने कई स्थलों पर वेद विद्यालयों की स्थापना भी की। 15 अप्रैल 1999 को पिलखुवा में आपका निधन हुआ|