यह पुस्तक जि़न्दगी के हर पहलू पर लागू होती है। यह पुस्तक इस अर्थ में बहुमूल्य है कि यह आपको याद दिलाती है कि आप ख़ुद ही अपने भाग्य के विधाता हैं। अपने उद्देश्य को सफलता दिलाने और उसे आसानी से हासिल करने के लिए आपको एक सकारात्मक निर्णय लेना होता है। प्रमोद बत्रा अपने सीधे सरल और आसान तरीक़ों के द्वारा आपको यह सब करना बताते हैं। सिर्फ़ एक चीज़ करने की होती है जिसे कहते हैं ‘शुरुआत’ जो आदमी को सिकन्दर बनाती है।. About the Author प्रमोद बत्रा M.B.A. Minnesota University USA के बारे में कहा जाए तो इन्होंने 33 वर्षों के अपने कार्यकाल के प्रबन्धकीय अनुभवों और निरीक्षणों को सीधे-सादे ढंग से प्रस्तुत किया है।.