अमृता प्रीतम की कहानियों का यह अनूठा संकलन है। उन्होंने स्वयं अनेक पुस्तकों में से इस संकलन के लिए कहानियों को चुना है। इसलिए उन्होंने इस पुस्तक के बारे में लिखा है इस पुस्तक में केवल वही कहानियां हैं जिनके किरदार कहानियों के आंगन में बैठकर अपनी-अपनी पहचान देते हैं।