KAI CHAND THE SARE AASMAN

About The Book

कई चाँद थे सरे आसमाँ... यह उपन्यास लेखक की लंबी शोध यात्रा भाषा पर अद्वितीय पकड़ और मुग़लकालीन समाज की बारीक समझ का अद्भुत मेल है। उपन्यास की मुख्य पात्र वज़ीर खानम एक निडर बुद्धिमान और विलक्षण महिला है जिसने अपने समय की सामाजिक सीमाओं को चुनौती दी। वह एक ऐसी स्त्री है जो अपनी शर्तों पर जीती है।यह 18वीं सदी के उत्तरार्ध और 19वीं सदी की शुरुआत की मुग़ल दिल्ली की पृष्ठभूमि में रचा गया एक ऐसा उपन्यास है जिसमें मुग़ल दरबार नवाबी तहज़ीब शायरी मोहब्बत साज़िशें और सांस्कृतिक उथल-पुथल सब कुछ जीवंत हो उठता है।
Piracy-free
Piracy-free
Assured Quality
Assured Quality
Secure Transactions
Secure Transactions
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
downArrow

Details


LOOKING TO PLACE A BULK ORDER?CLICK HERE