*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
₹604
₹895
33% OFF
Hardback
All inclusive*
Qty:
1
About The Book
Description
Author
प्रवासी भारतीय होना भारतीय समाज की महत्वाकांक्षा भी है सपना भी है केरियर भी है और सब कुछ मिल जाने के बाद नॉस्टेल्जिया का ड्रामा भी । लेकिन कभी-कभी वह अपने आप को अपने परिवेश को अपने देश और समाज को देखने की एक नयी दृष्टि का मिल जाना भी होता है । अपनी ज़न्मभूमि से दूर किसी परायी धरती पर खड़े होकर वे जब अपने आप को और अपने देश को देखते हैं तो वह देखना बिलकुल अलग होता है । भारतभूमि यर पैदा हुए किसी व्यक्ति के लिए यह घटना और भी ज्यादा मानीखेज इसलिए हो जाती है कि हम अपनी सामाजिक परम्पराओं रूढियों और इतिहा