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About The Book
Description
Author
इस पुस्तक के बारे में स्वयं अमृता प्रीतम ने लिखा है बरसों बीत गए प्यार की नदी से आंखों की मटकियां भरी थीं। आज तक उन्हें भूमि पर नहीं रखा है इस बहंगी को कंधे पर उठाए घूम रही हूं। सिर्फ चुप हूं बोल नहीं सकती। यह पुस्तक अपने आप में अद्भुत भाषा शैली को समेटे हुए है। About the Author अमृता प्रीतम पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। अमृता प्रीतम का जन्म 1919 में गुजरांवाला पंजाब (भारत) में हुआ। उनका बचपन लाहौर में बीता और शिक्षा भी वहीं हुई। किशोरावस्था से उन्होंने लिखना शुरू किया। उन्होंने सौ से अधिक कविताओं की किताब लिखी साथ ही फिक्शन बायोग्राफी आलेख और आत्मकथा लिखकर साहित्य में नया मुकाम हासिल किया।