कर्म धर्ममर्मसृष्टि व समस्त लोक को करों में रखने वाली माँ दुर्गा जो अपनी संतानों को सदा ही हृदय से लगाये रखती हैं। नवरात्रि के पावन अवसर पर कई लेखक लेखिकाएं एकजुट होकर ममतामयी देवी हमारी मइया के लिए मोतियों जैसे शब्दों से कविताएं पिरोए ऐसे भाव हृदय में आये इसलिए ये पुस्तक प्रस्तुत की जा रही है आप सभी के लिए
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