मन का अंशएक उजाला लिए मन मेंहोकर आज मन का अंशसंघर्ष की इस रास्तों में कितनें रास्तों को पहचान करआज बनकर कवि जिंदगी की पहचान कर...नये अध्याय को शुरू कर फिर से अपनी मस्ती मेंमें नये नये कविताओं को आरंभ कर...होकर जिंदगी के सच्चाइयों कोएक एक पन्ने में लिखा कर...आरंभ हो चूँकि कविताओं मेंअपनी मन की गहराइयों में से निकाल कर..कितनें कविताओं के एक एक लाइनों कोसमझकर अपनी विचारों से लिखा कर...मन में जो भी विचार आयें.. उसे अपने उलझन भरे जीवन सेनिकाल कर ..उस को किताब की शक्ल दिया कर...मन का अंश के रूप में अपने आपकोकन्हैया बनकर अपना भी विचार दुनियां को दिया कर...एक एक पन्नों में समेट कर अपनी जिंदगी उस विचार को नई उम्मीद लिए...अपना मार्गदर्शन किया कर...।।
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.