Man Ke Manake


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About The Book

मन के मनके मन के मनके डॉ. रंजना वर्मा के नवीनतम मुक्तकों का संग्रह है जिसमें पाँच सौ से अधिक मुक्तक संग्रहीत हैं । इसके पूर्व उनके दो मुक्तक संग्रह मुक्तक माला तथा मुक्तकाञ्जलि प्रकाशित हो चुके हैं । मन के मनके संग्रह में संग्रहीत मुक्तकों में विभिन्न विषयों को आधार बनाया गया है । ये जीवन के अनेक पहलुओं को स्पर्श करते हैं तथा विभिन्न मनोभावों को प्रगट करते हैं । कुछ मुक्तक प्रकृति के सौंदर्य का वर्णन करते हैं तो कुछ में समाज मे व्याप्त कुरीतियों को भी उजागर करने का प्रयास किया गया है । कई मुक्तक सामयिक घटनाओं पर भी प्रकाश डालते हैं । इनके अतिरिक्त भक्ति परक मुक्तक भी इस पुस्तक की शोभा बढ़ाते हैं । जीवन के अनुभव भी मुक्तक के रूप में ढाले गये हैं और जीवन मूल्यों को भी वर्ण्य विषय मे सम्मिलित किया गया है । चार पंक्तियों में ही सम्पूर्ण मनोभावों को अभिव्यक्त कर देने का दुरूहतम कार्य प्रस्तुत पुस्तक में कवियित्री द्वारा किया गया है जो सर्वथा प्रशंसनीय है । पुस्तक में संग्रहीत मुक्तक अपनी रोचकता एवं प्रभावशीलता के कारण पाठकों को बार बार पढ़ने के लिये प्रेरित करते हैं । प्रस्तुत संग्रह पठनीय भी है और संग्रहणीय भी ।
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