Manto ki 21 Kahaniyan
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About The Book

मंटो एक ऐसा नाम है जिससे कुछ छिपता नहीं। मंटो एक ऐसा कलमनिगार जिसकी कहानी छोड़ जाती है इकझोर देने वाली सच्चाई। मंटो की कहानियाँ समाज का पोस्टमार्टम करती हैं। इसलिए पाठक उन्हें पढ़ते हुए विचलित हो जाते हैं। अफसानागिरी का यह उस्ताद उर्दू साहित्य का कालजयी लेखक माना जाता है। बू खोल दो ठण्डा गोश्त और टोबा टेक सिंह के शीर्षक से लिखी गई कहानियाँ किसी के भी रोंगटे खड़ी कर सकती हैं। उन्हें तीन बार हिंदुस्तान और बँटवारे के बाद तीन बार पाकिस्तान में अश्लील साहित्य रचने के आरोप लगे हालांकि वे दोषी साबित नहीं हुए। मंटो को विभाजित हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच का पुल माना जाता है। वे कहते थे कि एक लेखक तभी अपनी कलम उठाता है जब उसकी संवेदनाओं पर किसी ने चोट की हो। सआदत हसन मंटो सारी परतें उघाड़कर लिखता था। गैरजरूरी सुंदरता के चक्कर में नहीं पड़ता था। मंटो ने इश्क पर लिखा। हिंदू-मुसलमान पर लिखा। सरहद और बंटवारे की त्रासदी पर लिखा। उसे कमलेश्वर ने दुनिया का सबसे अच्छा कहानीकार कहा। फिर भी वह सारी ज़िन्दगी मुश्किलों से घिरा रहा। उस पर मुकदमे चले कहानियों पर अश्लीलता के आरोप लगे उधारी का बहीखाता चलता रहा। मंटो की किस्सागोई की शैली बहुत ही साधारण लेकिन गूढ़ है और आज भी प्रासंगिक है। मंटो का लीक से हटकर चलना और हर किसी के लिए आजादी का भाव ही उन्हें अलग बनाता है। मंटों ने समाज को जो आईना दिखाया और जिस तरह का सच दिखाया वह बेहद कड़वा था इस वजह से उन्हे बदनाम कर दिया गया और उन पर अश्लीलता के आरोप लगे। मंटो अपने वक्त से आगे के ही नहीं बल्कि बहुत आगे के कहानीकार थे। सच तो यह है कि वह पूरी तरह से किसी की समझ में नहीं आते थे। इसीलिये तो पाकिस्तान की सरकार तक कभी उन्हें जेल में डाल देती थी कभी देश का सबसे बड़ा पुरस्कार दे देती थी। जो दर्द मंटो ने अपनी कहानियों में बयान किया उसका जादुई एहसास कहीं और नहीं मिलता। आम इनसान उससे आसानी से खुद को जोड़ लेता है। असल में उनकी कहानियाँ आज के माहौल और लोगों के एकदम माकूल हैं। वे आपको झकझोर देती हैं। आज भले ही कई लेखक सोच-समझकर लिखते हैं पर एक मंटो ऐसे लेखक थे जिनका लिखा हुआ नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। आज भले ही मंटो हमारे बीच नहीं है लेकिन उनकी कहानियाँ और उनके किस्से आज भी हमारे बीच मौजूद है। उनकी लिखी हुई कहानियाँ को पूरी तरह से समझ पाना बेहद मुश्किल है। दरअसल मंटो की कहानियाँ अपने अंत के साथ खत्म नहीं होती हैं बल्कि वे अपने पीछे इंसान को झकझोर देने वाली सच्चाईयाँ छोड़ जाती हैं।
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