मंत्र के नायक पंडित लीलाधर को कुछ असामाजिक तत्व घायल अवस्था में छोड़कर भाग जाते हैं। तब एक बूढ़ा अछूत उसे घर ले आता है और तीन माह तक सेवा करके उसे स्वस्थ करता है। तभी गांव में प्लेग फैलता है। बूढ़ा भी उसकी चपेट से नहीं बचता। लीलाधर उसकी देखभाल करता है और नव जीवन पाता है। इसी के साथ प्रेमचंद की कुछ अन्य कहानियां भी इस संग्रह में संकलित की गई हैं।.