MR. Atmanirbhar


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About The Book

A satire books is about a common man during lockdown period and his struggle for survival. The book has 43 collection of sattire. Few of them are Mr. Aatmanirbhar Bharat chhodo Bharat chhodo bure phanse live aakar underwear and pyjama hum ladki wale hai aalochak hone ke gur jhhu bolne ki kala dwai banam emi imandaro ki talash Dalit ke ghar bhojan Swiss Bank me daulat sameeksha ki thagi hi tech bhikhari. The author has written novel short stories and gazals etc. And has been awarded nationally and internationally for his contribution. अपना तीसवाँ व्यंग्य संग्रह पाठकों को सौंपते हुए प्रसन्नता हो रही हैं। पि छले चालीस सालों में निरंतर व्यंग्य लिख ते हुए मैंने महसूस किय ा कि बड़ी कठिन है डग र पनघट की। हास्य लिखन े वालों के सामन े कोई खतरा नहीं है लेकिन व्यंग्य लिखन े वालों को लोग पसंद नहीं करते। खासकर सत्ता -व्यव स्था से जुड़े लोग। नजरे टेढ़ी किय े रहते हैं। मुझे एक सरकार के कुछ लोगों ने एक खास विचारधारा वाला लेखक करार दिया क्य ोंकि मैं उनक े खिलाफ लिख ा करता था। जबकि ऐसी कोई बात नहीं थी। मैं तो जो अन्याय होता था उसके खिलाफ लिख ता रहा। वे उसे अन्य था लेते रहे। मैं कि सी राजनीतिक विचारधारा के वशीभूत हो कर नहीं लिख ता। मैं न दक् षिण पंथी हूँ न वामपंथी मैं केवल सु-पंथी हूँ। उसी रास्ते पर चलना जो मानव -कल्या ण की ओर ले जाता हो। लेखन मेरे लि ए साधन ा से कम नहीं। भले ही ईश्वर की पूजा नहीं करता लेकिन जब कभ ी लिखन े बैठता हूँ तो लगता है ईश्वर की ही आराधन ा कर रहा हूँ।.
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