राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 राष्ट्र की सर्वतोमुखी प्रगति के लिए प्रतिश्रुत है। इसमें पहली बार भारत की मात् र भाषाओं को माध्यम भाषा बनाने की संस्तुति की गयी है ताकि ज्ञान सर्वसाध्य सर्वसुलभ हो और रटंत पद्धति के बजाय मौलिक चिंतन तथा स्तरीय शोध का मंगलारंभ हो। इस शिक्षा को आजीविका साधकमानव मूल्य -बाजार मूल्यदोनों से समन्वित पारंपरिक ज्ञान से परिपोषित और नयी प्रौद्योगिकी से परिपुष्ट होना है। इसे राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना से परिपूर्ण कर भावात्मक एकता का हेतु बनाना उपयोगी होगा। ज्ञान -विज्ञान की भारतीय अस्मिता की खोज करते हुए अपनी विभूतियों का संज्ञान नयी पीढ़ी को कराना इसका ध्येय धर्म है। शिक्षा का भारतीयकरण और संस्कृतीकरण करके ही छात्र हित और शिक्षकों की गुणवत्ता का संवर्धन किया जा सकता है। अब आवश्यकता है कि हम विदेशी विडंबना के वायरस से बचेंआतंक प्रदूषण एवं कदाचार से मुक्त हो शिक्षा की स्वायत्तता पुनः प्रतिष्ठित हो और सबका विकास सुनिश्चित हो।
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.