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About The Book
Description
Author
वैश्विक आतंकवाद मानवता के अस्तित्व के लिए अब तक का सबसे भयावह खतरा बन चुका है। मानव-जनित महामारियों और सर्व-संहारक हथियारों के इस दौर में हरेक इंसान भविष्य में मानवता के अस्तित्व पर मंडराते विनाशकारी खतरों की आशंकाओं से सहमा हुआ है। अनेक विश्वप्रसिद्ध भविष्यवाणियों में बहुत पहले से ही संकेत दे दिया गया है कि आरंभिक कुछ खराब वर्षों के बाद बीसवीं शताब्दि अंततः मानवता को एक सुख-शांतिमय भविष्य की ओर ले जायेगी। पेशे से चिकित्सक विश्वविख्यात फ्रांसीसी भविष्यदृष्टा नास्त्रेदमस ने 1555 में प्रकाशित अपनी पुस्तक प्रोफेसीज में इस रोमांचक उठापटक को लेकर अनेक भविष्यवाणियाँ प्रस्तुत की थीं । उन्होंने बताया था कि किस तरह मानवता के स्वर्णयुग से पहले मानवता को रत्तफ़पात युद्धों और महामारियों से अपना वजूद बचाना भारी पड़ जाएगा।<br>पूर्व प्रधानमन्त्री राजीव गांधी की एक काली स्त्री द्वारा हत्या से सम्बन्धित नास्त्रेदमस की अचूक भविष्यवाणियों को उत्तफ़ जघन्य हत्या से बहुत पहले ही संसार में सर्वप्रथम डायमंड बुक्स द्वारा 1991 में प्रकाशित नास्त्रेदमस की सम्पूर्ण भविष्यवाणियाँ में अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित बेस्टसेलिंग नॉन-फिक्शन लेखक अशोक कुमार शर्मा डीफिल ने प्रस्तुत क्या था। सेवानिवृत्त प्रथम श्रेणी शासकीय अधिकारी डॉ- शर्मा एक नामी कौशल-विकास विशेषज्ञ के रूप में अनेक संस्थानों के लिए कार्य कर रहे हैं। इस बार वह व्याख्या कर रहे हैं अगले 50 साल से सम्बन्धित भविष्यवाणियां की।