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About The Book
Description
Author
This combo product is bundled in India but the publishing origin of this title may vary.Publication date of this bundle is the creation date of this bundle; the actual publication date of child items may vary.आज मनुष्य के सामने दो ही विकल्प हैं : या तो एक सामूहिक आत्मघात या फिर चैतन्य में एक गुणात्मक छलांग। यह आनंदपूर्ण हैं कि ऐसे संक्रमण-काल में विश्वभर में लाखों लोग ओशो की जीवनदृष्टि से आंदोलित हो रहे हैं और एक नए मनुष्य को एक नए विश्व को जन्म देने के लिए तैयार हो गये हैं। ओशो के एक क्रांतिकारी संदेश का स्रोत सत्य का उनका अपना अनुभव है। यह संदेश उन पंडितों की तोता-रटंत नहीं है जो अज्ञात के रहस्यों में प्रवेश करने के भय से शास्त्रों के वचन ओढ़ लेते हैं। ओशो के शब्द उनके अपने जिए हुए अनुभव से ओतप्रोत हैं। ये आग्नेय वचन एक जीवंत बुद्ध के सत्य से सिक्त हैं। यदि आप खुले हृदय से इन्हें पढ़ें तो ये वचन आपको आलोकित कर सकते हैं। सावधान-इस पुस्तक को खोलने वाला व्यक्ति शायद इसे बंद करते समय वही न रहे जो वह खोलते समय था। याद रखों सत्य की अग्नि इस क्षण के पार जीवन का कोई वचन नहीं देतीसहज का अर्थ होता है कि हवा-पानी की तरह हो जाए।
जीच में बुद्धि से बाधा न डालें।
जो हो रहा है उसे होने दें। जो है उससे भिन्न होने की कोशिश मत करें।
जो है उसे स्वीकार कर लें।
जो है उसे जानें और जीएं।
और इस जीने जानने और स्वीकार से आएगा परिवर्तन म्यूटेशन बदलाहट।
और यह बदलाहट आपको वहां पहुंचा देगी जहां परमात्मा है।जो पुराना है वह जाएगा। जो मृत है वह गिरेगा क्योंकि धर्मयुद्ध छेड़ दिया है ओशो ने। और यह धर्मयुद्ध धर्म की जीत तक धर्म की स्थापना तक चलने वाला है। यह युद्ध कोई दो देशों के बीच का युद्ध नहीं है कि इसमें कोई समझौता हो जाए। यह तो अंत तक चलने वाला है और अंततः धर्म जीतेगा सत्य जीतेगा यह संन्यासी योद्धा जीतेगा। यह तय है। इस धर्मयुद्ध को छिड़े करीब बीस वर्ष बीत गए हैं इस तरह हिसाब लगाते हैं तो कभी-कभी दुश्चिता होती है कि अबतक तो लगभग आधी मनुष्यता को खबर लग जानी चाहिए थी कि यह संन्यासी योद्धा हमारा शत्रु नहीं बल्कि परम मित्र है। यह हमारी बेड़ियां काटने वाला मुक्तिदाता है। इस खबर के न लगने से बड़ा अहित हुआ है। मनुष्य जाति के इस अहित के लिए जिम्मेदार हैं वे लोग जो संचार माध्यमों पर कुंडली मारे बैठे हैं।