पुस्तक का उद्देश्य लेखक नगर नियोजन को भौतिक विकास की समस्याओं से परे मानते हैं चूंकि नगर नागरिकों से बनता है। अच्छा नगर अथवा महानगर वह है जहाँ नागरिक प्रसन्नचित्त हैं तथा आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से संतुष्ट हैं। यह तभी संभव है जब दाम्पत्य जीवन सुखमय हो तथा बच्चों की परवरिश पर विशेष ध्यान दिया जाये। संयक्त परिवारों का विघटन तेजी से हो रहा है। देश-विदेश में एकल परिवार में रहने वाले दम्पत्ति विशेष रूप से जहाँ पत्नी भी कामकाजी है उन्हें परवरिश की व्यापक जानकारी देने के उद्देश्य से लेखक द्वारा इस महत्वपूर्ण सामयिक सामाजिक विषय पर विशेष अध्ययन किया गया है। सहलेखक ने अपने तीन दशक की चिकित्सकीय सेवा में प्राप्त अनुभव का इस पुस्तक में समावेश किया है ताकि महिलाओं को अपने तथा बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी साधारण समस्याओं के लिए चिकित्सक के पास जाना न पड़े। आशा है कि यह पुस्तक सभी दम्पत्तियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।
Piracy-free
Assured Quality
Secure Transactions
Delivery Options
Please enter pincode to check delivery time.
*COD & Shipping Charges may apply on certain items.