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About The Book
Description
Author
प्रलेक प्रकाशन ने प्रवासी हिंदी कथा श्रृंखला की परिकल्पना की जिसके तहत पहली किश्त में हम सात कहानीकारों की कहानियां अपने पाठकों के लिये ला रहे हैं। ● #प्रवासी_कथाकार_शृंखला : अरुण सब्बरवाल ● अरुण सब्बरवाल ब्रिटेन की अग्रणी कहानीकार हैं। उनके लेखन में दोनों भारतीय और पाश्चात्य सभ्यताओं का प्रमाणिक चित्रण देखा जा सकता है। अरुण सब्बरवाल अपने पात्रों एवं स्थितियों का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण करती हैं। विषय वैविध्य उनके लेखन की एक अन्य विशेषता है। उनकी कहानियों के नारी पात्र सशक्त स्वयं-सिद्धास्वाभिमानी और आत्मनिर्भर होते हैं। उन्हें मानवीय संवेदनाओं की गहरी पकड़ है। वे अपनी कहानियों के लिये अपने आसपास से पात्र चुनती हैं और बहुत ही रोचक ढंग से उनकी कहानी बुनती हैं। अरुण सब्बरवाल को भारत में बहुत से सम्मानों से अलंकृत किया गया है।