वैसे तो कोई नहीं जानता कि पहले जन्म में वह क्या था? लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो दावा करते हैं कि उनका दूसरा जन्म हुआ है और पहले जन्म में वे अमुक व्यक्ति थे। यह दावे कोई बड़े आदमी नहीं वरन अबोध बच्चे करते हैं। इस पुस्तक में ऐसे ही दावों की सचाई के साथ रोचक कथाएं दी गई हैं जो पुनर्जन्म के दावों को सत्य सिद्ध करती हैं।. About the Author हरिमोहन शर्मा मूलत शिक्षक रहे हैं इसलिए इनकी लेखनी में शिक्षाप्रद संदेश अवश्य मिलता है। इन्होंने इतिहास दर्शन एवं बालोपयोगी साहित्य लिखा है। इन्हें साहित्यिक और सामाजिक कार्यों के लिए कई पुरस्कार भी मिले हैं।.