इस पुस्तक में काम कृत्य के बीच स्व स्मरण के सूत्र दिए गए हैं। मन को ध्यान का द्वार कैसे बनाएं यह समझाया गया है साथ यही यह भी बताया गया है कि निराश क्षणों का उपयोग कैसे करें| About the Author ओशो एक भारतीय विचारक धर्मगुरु और रजनीश आंदोलन के प्रणेता-नेता थे। अपने संपूर्ण जीवनकाल में आचार्य रजनीश को एक विवादास्पद रहस्यदर्शी गुरु और आध्यात्मिक शिक्षक के रूप में देखा गया|
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