*COD & Shipping Charges may apply on certain items.
Review final details at checkout.
₹154
₹185
16% OFF
Paperback
All inclusive*
Qty:
1
About The Book
Description
Author
Tejendra Sharma MBE is the only Hindi writer to be honoured by the Queen of England for his contribution to Hindi literature. Tejendra in his poetry does not indulge in nostalgia. Instead he talks about the life in his adopted country His aim is to build bridges between the immigrants and the local residents of the United Kingdom. The simple language and new symbols make his poetry readable as well as enjoyable. In his poetry we can get a social political and degeneration of relationships in the British society. There are a few personal poems as well. He strikes a wonderful balance about his memories of India and his concerns for the United Kingdom. He declares himself as the poet of his adopted country:I am the poet of this country I have adopted it The soil of this country Does not appear alien to me. This book would introduce the reader to a new type of a poetry.तेजेन्द्र शर्मा एम.बी.ई. विश्व के एकमात्र ऐसे हिन्दी साहित्यकार हैं जिन्हें ब्रिटेन की महारानी ने हिन्दी साहित्य की सेवाओं के लिये सम्मानित किया है। तेजेन्द्र अपनी कविताओं में केवल नॉस्टेलजिया की बात नहीं करते। इसके मुक़ाबले वे अपने अपनाए गये देश की गतिविधियों से वास्ता रखते हैं और ये सभी सरोकार उनकी कविताओं में खुल कर सामने आए हैं। कविता एवं ग़ज़लों की सरल भाषा सहज ही पाठकों को एख बार में ही पूरी पुस्तक पढ़ने को विश कर देती है। इस संग्रह की कविताओं में ब्रिटेन के सामाजिक एवं राजनीतिक परिदृश्य पर नज़र तो रखी ही गयी है रिश्तों में फैल रही गिरावट का भी चित्रण दिखाई देता है। अपनी प्रिय की याद की स्मृतियों पर भी कुछ कविताएं देखने को मिलेंगी। वे अपने आपको ब्रिटेन का कवि मानते हैं :-मैं कवि हूँ इस देश का...मैंने इसे अपनाया है अपना बनाया है। अब इस देश की मिट्टी नहीं लगती पराई मुझे...यह कविता संग्रह एक नई किस्म की कविता से पाठकों का परिचय करवाने में सफल होगा.