तितली 'मनुष्य बनाम समाज' के संघर्ष और मानव मूल्यों की प्रतिष्ठा का उपन्यास है। इसमें तितली शैला माधुरी श्यामकुमारी राजकुमारी आदि नारी चरित्रवर्ग चरित्र न होकर ऐसी नारियाँ हैं जो अपनी कमजोरियों के कारण टूटती भी हैं और उसी से शक्ति अर्जित करके सामाजिक जीवन को बदलती भी हैं।