लोकप्रिय उपन्यासकार दत्तभारती का यह उपन्यास बेहद लोकप्रिय रहा है। यह एक सशक्त उपन्यास है जिसमें आज के बदलते समाज का प्रतिबिंब अंकित हुआ है। पूर्ण और सुषमा चाहते थे कि कोई उनकी आजादी में दखल न दे। गोपाल दास संतान को बिगड़ता देख परेशान थे और शमी? शमी के बारे में तो उपन्यास पढकर ही पता चलेगा| About the Author दत्त भारती आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख लेखक कवि नाटककार और सामाजिक विचारक थे। कहानी कविताओं और लेखों के अलावा आपने कई सौ उपन्यास लिखकर साहित्य में अपना एक अलग विशिष्ट स्थान बनाया है। आपको समाजसेवा एवं लेखन के लिए कई पुरस्कार भी मिले हैं|