प्रत्येक व्यक्ति में सफलता प्राप्ति की असीमित शक्ति एवं अनंत क्षमता विद्यमान होती है। कोई भी व्यक्ति अपने भविष्य को सफलता में बदल सकता है। यह पुस्तक अपने नाम के अनुरूप जीवन की सफलता के मंत्र बताती है। विश्वसनीय और व्यवहारिक तरीके से सफलता की सीढ़ियां चढ़ना सीखाती हैं| About the Author जयंती जैन उदयपुर के पास एक छोटे से गाँव शक्तावतों का गुडा में पैदा हुए। इन्होंने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली में अध्ययन किया। विद्यार्थी जीवन से ही स्वतंत्र रूप से लेखन कार्य करते रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में अनेक लेख प्रकाशित हो चुके हैं। इस विधा में लिखी गई पुस्तकों में उनकी कृति ‘उठो! जागो! लक्ष्य की प्राप्ति तक रुको नहीं!’ अपना विशिष्ट स्थान निरंतर बनाती जा रही है|