इस पुस्तक में जॉन स्टूअर्ट ने ‘व्यक्ति स्वातन्त्रय’ के सिद्धान्त को तार्किक ढंग से प्रस्तुत किया। उनका दृढ़ मत था कि विचार और अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता प्रत्येक व्यक्ति के लिए होनी चाहिए। मिल ने एक पुस्तक लिखी ‘ऑन लिबर्टी’ जिसने उन्हें ख्याति के शिखर तक पहुंचा दिया।